आज देश में चारो तरफ भ्रष्टाचार और काले धन कि चर्चा जोरो पर है अन्ना हजारे और उन कि टीम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है तो बाबा रामदेव काले धन के खिलाफ मुहीम छेड़े हुए है |
पर किया सच में देश का पैसा काले धन के रूप में विदेशो में जमा है अगर हा तो देश के मंदिरों में जो गुप्त दान किये जाते है वह किया है , वह क्या सफेद पैसा है वह भी तो काला धन है जो मंदिरों में गुप्त रूप से छोड़ दिया जाता है और मंदिरों के इस चड्बो कि चर्चा मीडिया में बड़े जोरो पर होती है बड़ी बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ में इस का प्रिमो चलाया जाता है | तो इस का मतलब ये हुआ जो काला धन विदेशो में है उस से ज्यदा काला धन हमरे मंदिरों में है उस काले धन पर कोन राज़ कर रहा है या देश विदेशों में भगवन के नाम पर प्रवचन करते है और एक एक प्रवचन के लाखो कि फ़ीस लेते है और जब यह खुँद भगवन को पियारे होते है तो अरबो खरबों कि सम्पति इन के पास पाई जाती है तो क्या इन के पास जो पैसा आता है सब सफेद पैसा होता है | देखा जाय तो यह एक माध्यम है काले पेसे को सफेद करने का और इन मंदिरों में जो जमा सोना चांदी और पैसा है इस का आकलन किया जाय तो शायद ये पैसा विदेशों में जमा काले धन से भी ज्यादा बेठेगा ,पर क्या कर ये सिस्टम ही ऐसा है और आज कल इस का फायदा उठा कर लोग भगवन के नाम पर काले धन को सफेद कर रहे है | यही तो भगवान कि क्रपा है कि एक रुपया देगे वह दस लाख देगा |

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