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Tuesday, 5 June 2012

क्या बदलेगी परम्पराए


सत्यमेव जयते समाज को एक आइना दिखाने का काम कर रहा है पर क्या समाज इस आईने को देख पता है या नहीं ये तो तभी पता चलेगा जब समाज में कही ना कही कभी ना कभी बदलाब दिखाई देगा तभी हम मानेगे की किसी ने शुरुवात की और वह समाज को आइना दिखाने में कामयाब हो गया | 
सत्य्माव जयते का अब तक का सब से दर्द भरा एपिसोड 3 जून का लगा जिस में आनर किलिंग का मामला दिखाया गया , सच हम अपने बच्चों को प्यार करना सिखाते है और जब वह इस का मतलब समझाते है और किसी से प्यार करने लगता है तब हम उसके खिलाफ हो जाते है , किस के लिए और किस बात के लिए केवल और केवल परम्पराओ के लिए और अबनी बात -अपनी इज्जत  के लिए या यह कह सकते है अपनी नाक का सवाल है क्या अपनी नाक और अपनी इजत अपने बच्चो से जादा बड़ी है जिस को पला पोसा बड़ा किया वह इन सब से बड़ कर है ,इन ज़रा ज़रा से बात के लिए हम उनको मोत के घाट उतार देते है , जो समाज हम को आपस में मिलकर रहना सिखाता है वाही समाज फिर इन सब के खिलाफ क्यों हो जाता है क्यों ज़माने के ताने उन को दिए जाते है क्यों उन का समाज से वाहिश कार कर दिया जाता है अगर हमारा परिवार और हमारा समाज इस को गलती मानता है तो जिस तरह से हर वार हम अपने बच्चों की गलती को माफ़ कर देते है इस बार भी कर के देखो जिंदगी जीने और जादा मजा आयेगा , सब से ज्यादा इन मामलो में परिवार की तरफ से तो यातनाये तो मिलती ही है पर पुलिस से सब से जादा खतरा होता है ज़रा से पेसो के लालच में ये उन प्यार करने वालो के पीछे नहा दो कर पद जाती है पुलिस अपना फर्ज भूल जाती है पुलिस को केवल चाहिए की अगर दोनों बालिग है तो तो उन का बचाब करना उन के माता पिता को कानून की जानकारी देना ना की उस प्यार का गला घोटना क्या कहे की लोगो इस के बाद अपने अन्दर बदलाब लायेगे |ये बात हम को समझ नी पड़ेगी की हमेशा प्यार की ही जीत होती है       

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