उत्तर प्रदेश सरकार आखिर निकाय चुनाव क्यों नहीं करना चाहती, क्यों निकाय चुनाव विधान सभा के बाद करना चाहती है /उत्तर प्रदेश सरकार शायद निकाय चुनाव के नतीजो से डरती है, चुनाव पार्टी सिम्बल पर ही होगे इस लिए सरकार निकाय चुनाव के नतीजो से भी डर रही है, कही इस का असर विधान सभा चुनाव पर न पड़ जाये भारतीय जनता पार्टी के चेतना यात्रा के प्रदेश प्रभारी महेंद्र नाथ पाण्डेय ने सिम्बल पर चुनाव अपनी जीत का घर बताया है समभिधान के अनुसार निकाय चुनाव समय पर होने चाहिए ,अगर सरकार के पास जातीगत आकडे न हो तब भी चुनाव समय पर कराने चाहिए न्यायले भी भी चुनाव नहीं टाल
सकता / उत्तर प्रदेश सरकार केवल निकाय चुनाव न करा कर अपना स्वार्थ देख रही है,क्यों की निकाय चुनाव के नतीजे अगर सरकार के विपरीत आये तो इस का खामियाजा मोजुदा सरकार को विधान सभा में उठाना पड़ेगा इस लिया सरकार निकाय चुनाव के नाम पर चुप्पी साधे हुए है और १५ नवम्बर को मेयर और सभासदों का कार्य कल पूरा हो रहा है उस पर शासन बैठाने की तयारी कर रही है/ चुनाव आयोग चुनाव कराने के लिए तयार है उसे ने अपने आला- अधिकारियो की बैठक भी कर ली है और ४५ दिन के अन्दर चुनाव कराने के लिए तेयार है लेकिन सरकार चुनाव कराने के पक्ष में नहीं है
सकता / उत्तर प्रदेश सरकार केवल निकाय चुनाव न करा कर अपना स्वार्थ देख रही है,क्यों की निकाय चुनाव के नतीजे अगर सरकार के विपरीत आये तो इस का खामियाजा मोजुदा सरकार को विधान सभा में उठाना पड़ेगा इस लिया सरकार निकाय चुनाव के नाम पर चुप्पी साधे हुए है और १५ नवम्बर को मेयर और सभासदों का कार्य कल पूरा हो रहा है उस पर शासन बैठाने की तयारी कर रही है/ चुनाव आयोग चुनाव कराने के लिए तयार है उसे ने अपने आला- अधिकारियो की बैठक भी कर ली है और ४५ दिन के अन्दर चुनाव कराने के लिए तेयार है लेकिन सरकार चुनाव कराने के पक्ष में नहीं है

No comments:
Post a Comment