जहाँ एक तरफ कांग्रेस सरकार गडकरी पर जाँच की सोच रही है ,वाही हरियाणा की कांग्रेस सरकार अपने दामाद यानि की कांग्रेस के दामाद ,सोनिया के दामाद को जमीन,और स्टाम्प ड्यूटी मामलो में बचाती बचा रही है , ये वाही मामला है जिसमें अशोक खेमका को रातो रात ट्रांसफर ऑर्डर मिलगये थे और उनको अपनी बात रखने के लिए मिडिया का सहारा लेना पड़ा था । मामले ने जादा ही तुल पकड़ा तो हरियाणा सरकार ने चार डिप्टी कमिश्नरों को मामले की जांच सौपी और इन्ही डिप्टी कमिश्नरों ने जाँच कर वाड्रा को इन सब मामलो से मुक्ति दे दी यानि की फेसला वाड्रा के पक्ष में आगया । ये पूरा मामला पलवल , फरीदाबाद , गुडगाँव , और मेवात में कई एकड़ जमीन का सौदा में स्टाम्प कम लगाने का मामला सामने आया था । ये सरे आरोप अरविन्द केजरीवाल ने वाड्रा पर लगाये थे । अब जब वंडर को क्लीन चित मिल गयी है तो वंडर का कहना है की अरविन्द ने सस्ती पब्लिक सिटी कमाने के लिए ये सब काम क्या है।

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