पुलिस हमेशा से अपनी किसी ना किसी करनी की बजह से शर्मशार होती रहती है चाहे वह शराब पीकर हगामा काटे गया हो , या किसी पर वर्दी का रोब दिखाने की घटना हो या किसी मुलजिम की पिटाई का मामला हो ऐसे ना जाने कितनी घटनाये है | जहाँ पुलिस ने खाकी को कही ना कही बदनाम किया हो समाज के रक्षक पता नहीं क्यों कभी कभी भक्षक बन जाते है देश और समाज की सेवा करने की कसम खाने वाले कसम को क्यों भूल जाते ऍम भी इसी समाज का हिसा है , एक ताज़ा मामला अमरोहा का जहाँ दरोगा पर शव को जूते से हटाने का मामला सामने आया है पुलिस अब इन आरोपों पर सफाई देती नज़र आ रही उधर इन लगे आरोप के मामले में आज अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) जगमोहन यादव ने जांच के आदेश दे दिए हैं | कि बीती 15 मई को नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव बरखेड़ा सादात में दीपक कुमार नाम के युवक को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। मौके पर पहुंची एसपी दीपिका गर्ग ने घटना स्थल का मुआयना कर पीडि़त परिजनों से भी पूछताछ की थी। घटना से अगले दिन एक समाचार पत्र में थाने के दरोगा की फोटो प्रकाशित हुई थी। इसमें प्रतीत हो रहा था कि दरोगा जूते से शव को हटा रहा है। पास में एसपी व सीओ भी मौजूद थे। हालांकि उस समय से यह मामला शांत पड़ा था, लेकिन पांच दिन बाद समाचार चैनल में इस फोटो को आधार बनाकर खबर प्रसारित की। इस पर अपर पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है। एसपी दीपिका गर्ग ने बताया कि इस मामले में जांच कराए जाने संबंधी कोई आदेश उन्हें नहीं मिला है। घटना वाले दिन भी वह मौके पर थीं, लेकिन उनकी मौजूदगी में शव को जूते से हटाने जैसी कोई बात नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि संभवत फोटो को प्रकाशित करने से पहले उसके साथ छेड़छाड़ की गई है। यदि उच्चाधिकारियों का जांच कराने का आदेश मिलेगा तो मामले की जांच कराई जाएगी।

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