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Monday, 21 May 2012

बाबा रामदेव ने कहा जोर से बोलो

बाबा रामदेव जो की योग साधना के लिए पुरे विश्व में विख्यात है पर अब वह देश की राजनीति में भी दिलचस्पी लेते दिखाई दे रहे है , आज कल वह देश से बहार जमा काले धन और संसद में बेठे लोगो की पोल पटी खोल ने लगे हुँए है कभी वित्त मंत्री तो कभी प्रधानमंत्री उन के निशाने पर रहते है  जिस देश के प्रधानमंत्री की नाक के नीचे 200 लाख करोड़ रुपए का घाटा हो जाए वो प्रधानमंत्री ईमानदार है कि बेईमान भीड़ ने जवाब दिया बेईमान तो बाबा ने कहा- जोर से बोलो। भीड़ चिल्‍लाई- बेईमान? बाबा रामदेव का कहना है की ऐसे लोगो को संसद में चुन का भेजो जो सही मायने में देश का हितेषी हो जो जनता और देश की सेवा कर सके |

हम को तो पता नहीं की ऐसे आदमी कहा मिलते है और जो आप ये बात कह रहे है आप कितने इमानदार है पहले तो ये पता चले आप जो ये बाते कह रहे हो आप का भी तो मन है की आप अपनी राजनीति पार्टी बनायेगे और सांसद का चुनाव लडवाएगे आप ये बाते कह कर अपनी राजनीति मंशा जाहिर कर रहे हो और हार बार की तरह इस बार भी देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर तीखा हमला करते हुए उन्हें बेईमान और सरकार को लाचार करार दे दिया।
बाबा रामदेव ने कहा कि विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने की मांग पर केवल श्वेत पत्र जारी कर केंद्र सरकार ने अपनी नीयत में खोट और कमजोर इच्छा शक्ति को साबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को अपनी ताकत पहचान नी होगी |
प्रधानमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए रामदेव ने कहा, 'प्रधानमंत्री किसके हाथों में बिकता है? प्रधानमंत्री अमेरिका के हाथों में बिकता है। प्रधानमंत्री विदेशी कंपनियों के हाथों में बिकता है। प्रधानमंत्री पूंजीपतियों के हाथों में बिकता है, जो उनको दस-दस, पचास-पचास, सौ-सौ या पांच-पांच हजार करोड़ नहीं दस हजार करोड़ रुपए दे देते हैं। प्रधानमंत्री की नाक के नीचे करीब दस उद्योगपतियों को बेच दिया गया है। लूट कहां मची हुई है, माइनिंग में। वो जो ऊपर बैठे हुए हैं न वित्त मंत्री वो माइनिंग का तो नाम ही नहीं लेते क्योंकि पीएम की नाक के नीचे दस लाख 67 हजार करोड़ रुपए का घाटा बताया। घोटाला नहीं बताया, घोटाला तो 200 लाख करोड़ रुपए का है। अगर ये प्रधानमंत्री ठीक हो जाए और 300 सांसद ठीक हो जाएं तो एक दिन में भारत अमेरिका और चीन से भी बड़ी ताकत बन सकता है। पर कोन सच्चा है को झूठा आज कल किसी की भी पहचान नहीं पड़ती सब की बातो में लालच सुनाई पड़ता है सब की बातो से राजनीति की बू आती है और आज कल तो देश के नेता तो नेता इन सब से आगे देश के साधू संत और बाबा जनता को नोचने लगे हुए है 

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