चंद्रशेखर आजाद पर 23 जुलाई, 1906 में पैदा हुआ थे उनका बचपन अलीराजपुर में बिताया मगर अफ़सोस इस क्रांति कारी की आखरी निशानी जिस घर में रह कर इन होने अपना बचपन गुजरा था कल प्रसाशनिक अधिकारियो ने तुडवा दिया अलीराजपुर के लोगो में इस बात को लेकर बड़ा ही रोष है जहा कुछ समय पहले यहाँ के सीऍम आये थ और उन की कुतिया को ना तोड़ने का आदेश दिया था और चारो तरफ की बीस बीस फिट जगह चारो तरफ से कोई भी निर्माण कार्य ना करने का आदेश दिया था तथा बची जमीं पर मंदिर निर्माण बने के लिए कहा था पर प्रशासनिक अधिकारियो को पता नहीं इस कुटिया से क्या परेशानी थी जो काल उस बार बुलडोजर चलवा दिया पूरा तत्व विभाग पुरानी धरोहरों को साजो के रखता है ना की उनको बर्वाद कर ने का काम कर्ता है काम से काम अधिकारियो को देश के ऊपर जान निछावर करने वाले इस वीर सपूत की कुर्वानी को याद कर लेना चहिये था की जिन लोगो की बदोलत आज हम आजाद मुल्क में आज़ादी के साथ सास ले रहे है पर्सश्निक अधिकारियो के पास इस का कोई लिखित में आदेश भी नही है केवल मोखिक आदेश मिला था और इन लोगो ने कार्यवाही को अंजाम दी दिया | आज आजाद की आत्मा को भी बड़ा दुःख हुआ होगा की किन लोगो के लिए मेने अपने प्राण संकट में डाले देश के इस वीर को नमन करने की जगह उस की यादो को ही मिटा डालने का बीड़ा उठा रहा है |

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