भारत में किसी को भी कुछ भी बोलने की छुट है और इस बात का सब से ज्यादा फायदा अगर कोई उठता है तो वो है कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जब जो मन में आया बोल दिया क्या गलत है क्या सही है कुछ पता नहीं है ऐसे है ये जनाव हमेश दुसरो पर ऊँगली ही उठाते है इन को ये नहीं पता की कांग्रेस शाशित प्रदेश में क्या हो रहा है क्यों की इन को हमेश दुसरो के घर में झाक ने की आदत है खुद में कमी नज़र नहीं आती है क्यों की खुद ये दूध के धुले है और पूरी कांग्रेस में गाँधी जी के तीन बन्दर की तरह फोज हो जिन को ना बुरा दिखाई देता है ना सुनाई देता है और ना बुरा कभी किसी को बोलते है .
सही में २७-नबम्बर को मुख्य मंत्री मायावती ने कहा था की इन कांग्रेस वालो के कानो में तो दिन-रात हाथी चिघाडता होगा ये बात सही नज़र आ रही दिग्विजय सिंह के बयान से
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि यूपी में अब गुंडे हाथी पर चढ़ गए हैं और लोगों की छाती पर निशाना बना रहे हैं.
बदायूं के गिन्नौर में आयोजित एक चुनावी रैली में दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री मायावती पर जमकर व्यंग्यवाण छोड़े.
दिग्विजय ने कहा कि जब राहुल गांधी किसी दलित के घर जाते हैं और उनके साथ बैठते हैं, उनके घर खाते हैं तो मायावती को परेशानी होती है.
दिग्विजय सिंह ने अपने भाषण में कहा कि मायावती का पहले नारा था 'हाथी नहीं गणेश है, बह्मा, विष्णु, महेश है' लेकिन अब ठीक इसके उलट हो रहा है. मायावती का नारा बदल गया है. जैसी घटनाएं हो रही है यूपी में उससे तो यही लगता है कि, 'गुंडे चढ़ गए हैं हाथी पर, गोली मार रहे हैं छाती पर
ये बात कितनी सही है इस को लेकर हम कोई टिप्पडी नहीं करना चाहते इस के लिए खुद दिग्विजय सिंह बीस साल पुराना रिकार्ड देखेगे तो पता चल जायेगा / रहा सवाल दलित के घर खाना खाने का खाना कहने से गरीबी दूर नहीं होती न उसको रोटी मिलती गरीबो के घर जाने की जगह गरीबो की रोटी की चिंता करे महगाई दूर कर के

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