rediff

click here

rediff2

click here

times

shardul

click here

Saturday, 14 January 2012

हमले से पब्लिक सिटी हमलावर की या बाबा राम देव की

ये तो साफ है की इन हमलो से पब्लिक सिटी मलती है क्यों की मीडिया बाबा राम देव की इस मीटिंग को बहुत हल के में लेकर चल रही थी पर इस हरकत के बाद मीडिया को नई खबर मिल गयी और चलने दो न्यूज़ चैनल पर न्यूज़ हर न्यूज़ चैनल यही देखा रहा था ये कही ये पब्लिक सिटी के लिए तो नहीं करा गया पता नहीं किस की पब्लिक सिटी हुई हमलावर की या बाबा राम देव की 
क्यों होते है हमले कभी बाबा रामदेव काली स्याही तो कभी शरद पवार के गल पर थप्पड़ कभी गृह मंत्री पर जूता इन सब हमलो में देश को सही राह दिखाने वाले भी होते है और देश को देश को बेच ने वाले भी सब जूता , थप्पड़ स्याही पता नहीं कोन क्या क्या देता है इन लोगो को पर एक बात समझ में नहीं आती इन सब के पीछे क्या मकसद होता है ये सब अपने मर्जी से करते है या इन से कर वाता है अगर करवाता है तो क्यों और खुद करते है तो भी क्यों ?
क्या ये भी कोई परम्परा है या कोई मन्नत मागी जाती है की मेरा ये कम पूरा होगा तो में सब से बड़े नेता या किसी भी सेलेबर्टी को जूता या थप्पड़ मरूगा |
या आपने आप को हीरो बना ने के लिए किया जाता है या जिस पर हमला हुआ है वह अपने आप की पब्लिक सिटी के लिए तो नहीं करता |
पता नहीं क्या मकसद है इन सब बातो के पीछे पर इतना पता है जिस के साथ हमला होता है और जिसने ये सब करा वह हीरो बनजाता है कुछ देनो के लिए कियो की चार-पाच दिन के लिए वह न्यूज़ पेपर और न्यूज़ चैनल बार बस वाही देखी देते है       

No comments:

Post a Comment