ये तो साफ है की इन हमलो से पब्लिक सिटी मलती है क्यों की मीडिया बाबा राम देव की इस मीटिंग को बहुत हल के में लेकर चल रही थी पर इस हरकत के बाद मीडिया को नई खबर मिल गयी और चलने दो न्यूज़ चैनल पर न्यूज़ हर न्यूज़ चैनल यही देखा रहा था ये कही ये पब्लिक सिटी के लिए तो नहीं करा गया पता नहीं किस की पब्लिक सिटी हुई हमलावर की या बाबा राम देव की
क्यों होते है हमले कभी बाबा रामदेव काली स्याही तो कभी शरद पवार के गल पर थप्पड़ कभी गृह मंत्री पर जूता इन सब हमलो में देश को सही राह दिखाने वाले भी होते है और देश को देश को बेच ने वाले भी सब जूता , थप्पड़ स्याही पता नहीं कोन क्या क्या देता है इन लोगो को पर एक बात समझ में नहीं आती इन सब के पीछे क्या मकसद होता है ये सब अपने मर्जी से करते है या इन से कर वाता है अगर करवाता है तो क्यों और खुद करते है तो भी क्यों ?
क्या ये भी कोई परम्परा है या कोई मन्नत मागी जाती है की मेरा ये कम पूरा होगा तो में सब से बड़े नेता या किसी भी सेलेबर्टी को जूता या थप्पड़ मरूगा |
या आपने आप को हीरो बना ने के लिए किया जाता है या जिस पर हमला हुआ है वह अपने आप की पब्लिक सिटी के लिए तो नहीं करता |
पता नहीं क्या मकसद है इन सब बातो के पीछे पर इतना पता है जिस के साथ हमला होता है और जिसने ये सब करा वह हीरो बनजाता है कुछ देनो के लिए कियो की चार-पाच दिन के लिए वह न्यूज़ पेपर और न्यूज़ चैनल बार बस वाही देखी देते है

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