लखनऊ का कलिदास मार्ग की अपनी अलग ही पहचान है इस मार्ग पर प्रदेश के मुख्य मंत्री का निवास है पीछले 5 साल से ये रोड केवल उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्य मंत्री मायावती के कव्जे में ही था इस रोड पर गाड़िया तो बहुत दूर आदमी भी नज़र आता था केवल सुरक्षा कर्मचारी ही नज़र आते है पर जब से मोजुदा मुख्य मंत्री अखिलेश यादव यहाँ पर आये है यर रोड दुबारा से आबाद हो गया है हम तो बस यही दुआ करते है की जहा पीछले 5 साल ये रोड इस प्रदेश की जनता को देखने के लिए तरस गया था आने वाले सालो में इस रोड को दुबारा से ये दर्द न मिले और अब इस रोड पर ट्राफिक भी दिखाई देने लगा है इस रोड पर और आदमी भी नज़र आरहे है क्यों की मुख्य मंत्री से लोगो को बड़ी आस है और उत्तर प्रदेश की जनता पार्टी के कार्यकर्त्ता भी उन से मिलने के लिए आते जाते है अपनी सुरखा में भी कटोती की है अखिलेश यादव ने साडी पजेरो गाड़िया हटा दी है केवल 4 अम्बेसडर और एक जेमार के अलावा एक दो और गाड़िया है मायावती की सुरक्षा में तो 400 सुरख्षा कर्म चारी और करीबन 40 गाड़िया चलती थी ।
Friday, 30 March 2012
Thursday, 29 March 2012
रिश्वत मामले में निकल सकता है राजीव गाँधी का जिन्न बाहर
वीके सिंह की पीएम को लिखी चिट्ठी लीक हो जाने के मामले में एक नया मोड़ नज़र आता दिखाई दे रहा है सीबीआई इस मामले में जांच कर रही है अब तक की जाच में साफ कर दिया गया है की जाच के तर1986 में हुआ टैट्रा ट्रक की खरीदी में रिश्वत का मामला है जो प्रधानमंत्री राजीव गाँधी काल तक पहुच सकता है पहले भी राजीव गाँधी का नाम स्वीडन की कंपनी से ४०० बोफोर्स तोपे खरीदने में ८० लाख की रिश्वत का मामला सामने आया था जो बोफोर्स कांड के नाम से जाना जाता है और अगर मामला दर्ज हो जाता है तो जाच में रक्षा मंत्री एंटनी भी आ सकते है बस सीबीआई को इंतजार है वीके सिंह के दुआर केस दर्ज करने की वीके सिंह ने कहा है की अभी तय नहीं है की मामला दर्ज करना है की नहीं
ए के एंटनी ने कहा कि आर्मी चीफ सहित सेना के तीनों प्रमुखों पर पूरा भरोसा है। जनरल की बर्खास्तगी की अटकलों पर उन्होंने साफ साफ कहा, 'मैं अपने हाथ खून से नहीं रंगना चाहता। उन्होंने कहा कि चिट्ठी लीक करने वाला देशद्रोही है। चिट्ठी किसने लीक की, इसकी जांच आईबी कर रही है। दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Wednesday, 28 March 2012
पंजाब में फांसी का विरोध
मुलजिम जुर्म करता है पुलिश गुनेहगार को पकड़ती है सबूत इकट्ठा करती है और मुलजिम को सजा दिलवाती है बाद में शुरू होता है राजनीती खेल जी हा कुछ इसी तरह का मामला है पंजाब का बलवंत सिंह राजोआणा को शनिवार को फांसी दी जाएगी या नहीं, फांसी के विरोध में बुधवार को पंजाब में बंद की वजह से सामान्य जनजीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त रहा। बंद के चलते राज्य भर में ज़्यादातर जगह बंद का असर देख ने को मिला।
इस पर बुधवार को अहम फैसला होने की उम्मीद है। पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल नई दिल्ली में हैं और वह बुधवार शाम राष्ट्रपति से मिलकर बलवंत की फांसी की सजा माफ करने की अपील करेंगे। डल खालसा, खालसा एक्शन कमिटी जैसे कट्टरपंथी सिख संगठनों के अलावा कई धार्मिक संगठनों ने बुधवार को राजोआणा की प्रस्तावित फांसी के विरोध में बंद का आह्वान किया था। अकाल तख्त के निर्देश पर पूरे राज्य में कई जगहों पर विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही हैं।
31 अगस्त 1995 को पंजाब विधानसभा के सामने तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की कार को बम विस्फोट से उड़ाया गया था। सीएम समेत कुल 17 लोगों की जान गई थी। सीबीआई की विशेष अदालत ने 31 जुलाई 2007 को जगतार सिंह हवारा और बलवंतसिंह राजोआणा को फांसी की सजा सुनाई थी। ‘स्टैंड बाई’ मानव बम बलवंत ने अदालत में कबूल किया कि बेअंत सिंह की हत्या की साजिश में वह शामिल था और उसे इसका कोई अफसोस नहीं है।
सूबे में कई जगहों पर सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया। पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के लिए अर्द्धसैनिक बलों की कई कंपनियां राज्य में तैनात की गई हैं। राजोआणा पटियाला की सेंट्रल जेल में बंद है। पटियाला की सेंट्रल जेल समेत पूरे जिले में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। प्रदर्शनकारियों पर नज़र रखने के लिए जिले में कई जगहों पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए प्रदेश में पुलिस हाई अलर्ट पर है।
बंद देख कर के तो यही लगता है की पूरा पंजाब इस हत्यारे के साथ है ऐसी क्या वजह है की पूरा पंजाब इस फासी का विरोध कर रहा है ।
डॉक्टर और इंजीनियर का सेवायोजन कार्यालयों पंजीकरण.
उत्तर प्रदेश क्या पुरे भारत देश में बेरोजगारों की कमी नहीं है और सरकार किस तरह से इन बेरोजगारों के लिए रोजगार की व्यवस्था कर रही है पता नहीं इन बेरोजगारो की बेरोजगारी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हो की उत्तर प्रदेश में मिलने वाले बेरोजगार भत्ते के लिए जहा 7मार्च से है लाइन लगनी शुरू हो गयी थी पर जब लोगो को जानकारी मिली की 35 साल से जादा उम्र वाले को ही बेरोजगारी भाता मिलेगा तब उस में कमी आई लेकिन 35 साल से ज्यदा उम्र के लोगो में देख ने वाली बात ये है बेरोजगारी भत्ता चाहने वालों की लाइन में अब केवल स्नातक ही नहीं हैं, बल्कि डॉक्टर और इंजीनियर भी शामिल हो गए हैं. अधिकारियों की मानें तो सूबे में अब तक 300 से अधिक डॉक्टर और इंजीनियर विभिन्न सेवायोजन कार्यालयों में अपना पंजीकरण करा चुके हैं. सपा सरकार ने अपने इस वादे पर अमल करते हुए कैबिनेट की पहली बैठक में ही बेरोजगारी भत्ता दिए जाने को मंजूरी दे दी
अभी तक पंजीकरण कराए गए करीब 28 लाख लोगों में से 35 वर्ष से अधिक आयु वाले बेरोजगारों की संख्या तकरीबन 5 लाख से अधिक हो चुकी है. आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ मंडल में सबसे अधिक डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है और इसके बाद फैजाबाद में लगभग 50 हजार तथा वाराणसी में 75 हजार से अधिक लोग अपना पंजीकरण करा चुके हैं..
निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए पिछले करीब तीन माह में 300 से अधिक डॉक्टर एवं इंजीनियर अपना पंजीकरण करा चुके हैं. जनवरी में 45, फरवरी में 107 और मार्च में अब तक 160 नए टेकि्न कल छात्र अपना पंजीकरण करवा चुके हैं
Monday, 26 March 2012
मायावती को दी माँ की गाली
संसद को अपमानित कोन कर रहा है
संसद में बेठे अगर इन मंत्रियों और सांसदों को अगर इन का आइना देखाओ तो इन की चीख निकल जाती है और ये लोग शोर मचाने लगते है की हम लोकतंत्र के सब से उच्च पद पर हम बेठे है और हम को कोई भला बुरा कहता है तो वह लोकतंत्र का अपमान कर रहा है और टीम अन्ना को बख्शा नहीं जायेगा।
हकीक़त है जो सही राह देखता है वह और उसकी बाते हमेशा से बुरी लगती है अन्ना इन सांसदों को आइना दिखाया है पर कहते है ना उल्टा चोर कोतवाल को डाटे सारे सांसदों ने उल्टा इलज़ाम अन्ना और उन की टीम पर लगाना शुरू कर दिया कि कहीं देश को अस्थिर करने के लिए कोई विदेशी ताकत इस आंदोलन के पीछे तो नहीं है। अन्ना को अपने सहयोगियों को अपशब्दों का इस्तेमाल करने से रोकना चाहिए।
सांसदों को चोर और लुटेरा बताने के लिए टीम अन्ना की सोमवार को लोकसभा में एक स्वर से कड़ी आलोचना की गई और इस बात की छानबीन कराने की मांग की गई अन्ना की गिरफ्तारी के समय उन्होंने उनका पूरा साथ दिया। सदन के कई सदस्यों ने जंतर-मंतर पहुंच कर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना की मुहिम का समर्थन किया था, लेकिन उसी टीम अन्ना के सदस्य आज उन्हें चोर, लुटेरा और बलात्कारी बता रहे हैं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सुषमा स्वराज ने कहा कि लगता है कि टीम अन्ना के सदस्य भटक गए हैं। वे लोकपाल विधेयक संसद से पारित कराना चाहते हैं और उसके सदस्यों को अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद जैसी संस्थाएं टूट जाएंगी तो लोकतंत्र नहीं बचेगा। तो मदम से पुचा जाये की अब कोण सा लोकतंत्र बचा है देश का अरबो खरबों रुपया का घोटल कर कर ये लोग संसद को अपमानित नहीं कर रहे है आज सब एक ही सुर में बोल्राहे है क्यों की कोई नहीं चाहता की लोकपाल बिल आये और इन की गले की हडी बने लोकतंत्र अपमानित अन्ना की वजह से नहीं संसद में बेठे लोगो की वजह से हो रहा है जो वहा बेथ कर घोटाले प् घोटाले करते है देश के पेसे को विदेशी बांको में रखते है । वो तो हमारी देश की जनता बड़ी भोली है जो वोट देते समय नहीं देखती की कोन सही है या नहीं और चुप चाप सारे दर्द को सहती रहती है ।
सुषमा स्वराज ने कहा कि लगता है कि टीम अन्ना के सदस्य भटक गए हैं। वे लोकपाल विधेयक संसद से पारित कराना चाहते हैं और उसके सदस्यों को अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद जैसी संस्थाएं टूट जाएंगी तो लोकतंत्र नहीं बचेगा। तो मदम से पुचा जाये की अब कोण सा लोकतंत्र बचा है देश का अरबो खरबों रुपया का घोटल कर कर ये लोग संसद को अपमानित नहीं कर रहे है आज सब एक ही सुर में बोल्राहे है क्यों की कोई नहीं चाहता की लोकपाल बिल आये और इन की गले की हडी बने लोकतंत्र अपमानित अन्ना की वजह से नहीं संसद में बेठे लोगो की वजह से हो रहा है जो वहा बेथ कर घोटाले प् घोटाले करते है देश के पेसे को विदेशी बांको में रखते है । वो तो हमारी देश की जनता बड़ी भोली है जो वोट देते समय नहीं देखती की कोन सही है या नहीं और चुप चाप सारे दर्द को सहती रहती है ।
कहानी फ़िल्मी नहीं है
हर मडर मिष्ट्री एक फ़िल्मी कहानी जेसी लगती है वह कत्ल प्रिमिका को पाने के लिए किया गया हो या जमीन-जय्जात के लिए पर परदेपे चलने वाली कहानी तीन घंटे में खत्म हो जाती है और उसके सरे पात्र जिन्दा रहते है और हकीकत में एसा नहीं होता क्यों की इस कहानी में जिन्दा वाही बचता है जिसने कत्ल किया हो और अदालत उस को सजा देती है ।
ऐसी ही कहानी है मुरादाबाद के योगेश की जो पीतल के कारखाने में काम करता है और खुद सिविल सर्विसेस की तयारी भी कर रहा था और पाढ़ता भी था, पर दिमाग से बड़ा ही शातिर था उस ने एक बार१६ भेसे खरीदने के बाद उन का बीमा कराया और उन को मार कर वह बीमे की रकम खा गया दुकान में खुद चोरी करवा कर बीमे की रकम को हड़प कर गया , शादी शुदा होने के बाबजूद एक दूसरी लड़की से प्रेम करता था । घर में बीबी और एक बेटा और एक बेटी थी इन के नाम से काम से काम 50 लाख का बीमा था , दूसरी लड़की और बीमे की रकम पाने के लिए उस ने अपनी बीबी और बच्चो का कत्ल कर दिया ।
कत्ल इस तरह किया की किसी को शक भी न हो होली के बाद से लगातार वह इन तीनो को धीमे - धीमे रोज हल्का हल्का ज़हर दे रहा था जिस से उन की मोत एक बीमारी लगे ,पत्नी को नाज़ज संबंधो का पता चल गया था और वह उस से कहती थी की पुलिश और रिश्तेदरो तुम्हारी सिकायत करुगी उधर वह लड़की रोज़ शादी का दबाब बना रही थी पत्नी और बच्चो से छुटकारा पाने के लिए शनिवार की रात उस ने इन तीनो को मोत की नींद सुला दिया ।
योगेश नाम के इस शख्श ने अपने ही हाथो अपने परिवार को खत्म कर दिया कहानी विल्कुल फ़िल्मी लगती है पर ये सच है आज योगेश जेल की सलाखों के पीछे है और अपने आप को मानसिक रोगी बता रहा है और हकीक़त में वह अपनी किस्मत को रो रहा है क्यों की पेसे और लड़की के लालच में उस ने अपनी दुनिया ही उजाड़ ली ।
Sunday, 25 March 2012
चीन की होगी इक्कसवी सदी
बीसवी सदी का सबसे ताकतवर देश अमेरिका का कहा जाता था पर आज तस्वीर कुछ और वाया कर रही है और जानकर की माने तो इक्कसवी सदी चीन की होगी जहा चीन शिक्षा का विकास हुआ है वही अन्तराष्ट्रीय बाजारों में जिस प्रकार अपनी पकड़ बना रहा है उस से अमिरिका की चिंता की लकीरे साफ तोर से बड रही है चीन में शिक्षा के आलावा रोजगार के अबसर अपने लोगो को दे रहा है क्यों की शिखा से है तरक्की संभव है भारत अभी भी इस कम में बहुत पीछे है सरे देशो में अब मेहनत वाले काम खत्म होते जा रहे है ज्यादा तर काम मशीनों से हो रहा है वाही दूसरी तरफ ऊबमा का भारत दोरा इस बात का सबूत है की अमरीकियों से किया वादा निभाने के लिए भारत का दोरा करना पड़ा था अमिरिकियो को रोजगार दिलाने के लिए
जहा आज चीन को भारत ,ब्राजील, होगकोग , चीन को कड़ी टक्कर दे रहे है जहा दुनिया में पेट्रोल की कीमते बड़ी है वही चीन ने इन के दम नहीं बडाये है भारत की रोजगार की स्तिथि ऐसी ही है जहा पहले कॉल सेन्ट्रो में बारवी पास लोग कम किया करते थे आज वहा पी. एच. डी कर ने वालो की सख्या बहुत बड़ी है । इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की चीन स्तिथि क्या होगी आने वाले दिनों में अमिरिका ही नहीं कई देशो को चीन से पिछड़ने का डर सताने लगा है।
Friday, 23 March 2012
एक गाव 120 शादी 8 दिन
दुल्हे राजा फिल्म का एक डायलोग है जब गोविंदा कदर खान से कहता है की अपनी लड़की की शादी मुझ से कर दो क्यों की सुसराल और मेका पास पास रहेगा तो लड़की कभी कभी अपने घर और कभी सुराल में लड़की का मन भी लगता रहेगा और वह खुश भी रहेगी ।
तो इसी तरह से उत्तर प्रदेश का रामपुर जिले में अजीमनगर गाव लोगो ने इस को पूरी तरह से सही मन है गाव में एक खास बिरादरी के अन्दर 8 दिन में 120 शादिया एक ही गाव में होने जा रही है ये सारी शादिया एक ही गाव के लड़की और लडकियों के बीच हो रही है यानि की सुसराल और मेका एक ही गाव में अब तक 26 शादिया हो चुकी है इन शादियों की चर्च दूर दूर तक है । पीछले तीन दिन से पूरा गाव दुल्हन की तरह सजा हुआ है गाव वाले भी परेशान है की किस शादी में जाये किस में ना जाये
हलवाई टेंट वाले सब की मोज आरही है सब ने इन शादियों को देख अपने रेट भी बड़ा दिए है 31 मार्च को सब से जादा 31 शादिया होनी है ।
चिंता की बात ये है की गाव में पल्स पोलियो की खुराक पीने और पिलाने की फुर्सत नहीं है सब शादियों में वियस्त है ।
मुलायम सिंह का संकेत लोकसभा चुनाव कभी भी
मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अपने बेटे को साफ निर्देश दे दिए है की विधान सभा चुनाव में जो घोषणा पत्र जारी किया थे उन कामो को एक साल के अन्दर जल्द से जल्द पूरा कर ले मुलायम सिंह यादव ने संकेत दिए है की लोकसभा के चुनाव कभी भी हो सकते है । मुलायम सिंह की तरफ से संकेत है की लोक सभा के चुनाव 2014 से पहले हो सकते है ।
मुलायम सिंह और राजनेतिक पार्टिया जरुर चाहेगी की चुनाव जल्द से जल्द हो खास कर मुलायम सिंह क्यों की विधान सभा चुनाव में के नतीजो को देख कर शायद लग रहा हो की लोकसभा चुनाव में कम से कम अगर 40-45 सीट अगर आजाती है तो प्रधान मंत्री बने से कोई नहीं रोक सकता ये सपना केवल मुलायम सिंह ही नहीं अखिलेश और समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता देख रहा है की इस बार प्रधान मंत्री मुलायम सिंह बने ये सपना एक बार 2007 के बाद पूर्व मुख्या मंत्री मायावती ने भी देखा था 2009 के लोक सभा चुनाव में इस बात का पता तो लोकसभा चुनाव के बात पता चलेगा की सपना पूरा होगा या मायावती की तरह सपना केवल सपना ही रहेगा ।
वोट बढ़ बओगे तो मुसीबत में पड़ जाओगे
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव नजदीक देख निकाय चुनाव की तयारी शुरू कर दी है 16-22 मार्च 2012 तक नए वोटर लिस्ट में नाम बढवाने का काम कल ख़तम हो गया है , पर क्या सही में नामे बड़े है या केवल खाना पूर्ति की गयी है।
जी हां बिलओ और अफसर सही में नहीं चाहते की ज्यादा से ज्यदा लोगो को वोटर लिस्ट में जोड़ा जाये काम से बचने के लिए बिलओ को पहले ही निर्देश दे दिए जाते है की एक बूथ पर केवल 20-25 वोट ही बढाने है इस समस्या का शिकार मुरादाबाद के वार्ड 14 के इंदिरा कालोनी के निवासी भी हुए अपर नगर आयुक्त से बात भी कही पर उन्होंने भी यही कहा की आप 25 वोट तक बडवा सकते हो ज्यादा बद्वाओगे तो आप ही मुसीबत में पड़ जाओगे उल्टा वहा के लोगो का ये बात कह कर डरा दिया की मुसीबत में पड़ जाओगे ।
क्यों नहीं मोका देना चाहते अफसर लोगो को अपने मत का प्रयोग का क्यों रोकाना चाहते है वोटर बड़ने से उसका कोई भी आईडी प्रूफ अगर उसके पास उस वार्ड का है तब इन लोगो को क्या परशानी है अब भी इस वार्ड के कम से कम 250-300 लोग अपने वोट बनवाने से वंचित रहगये है अगर इन मामलो को चुनाव आयोग सख्ती से और पहले से निबटे तो कोई भी एसा वियक्ति नहीं बचेगा जिसका वोट नगर निगम,विधानसभा और लोख्सभा लिस्ट में न हो और हर चुनाव में वोट प्रतिशत भी बढेगा ।
ज़रा याद करो कुर्वानी
23 मार्च 1931 आज भी देश के सुनहरे अक्षरों में दर्ज है भारत धरती के तीन जोशीले क्रांति करियो ने हस्ते हस्ते आज ही के दिन देश के लिए फासी के फंदे पर झूल गए थे इन तीनो लालो ने आपना नाम इतियास के पन्नो में सुन्हेरे अक्षरों में लिख व लिया | इन तीनो के बारे जितना पड़ा जाये और लिखा जय बहुत कम है पर आज ये तीनो इतियास के पन्नो में ही कही खोते नज़र आरहे है सरकार जी तरह गाँधी जी नेहरु जी और देश भगतो का जन्मदिन मानती है या उन को याद करती है इन को क्यों नहीं किया जाता इन का बलिदान बलिदान नहीं था जो कुछ भी करा दुसरो ने ही करा, और ना स्कूल में भी इन की शहादत पर किसी भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है क्या वजह है की हम इन को भूल जाते है अखबारों के किसी कोने में चार लाइनों में इन को स्धांजलि दी जाती है और बाकि पूरा अख़बार दूसरी खबरों से ही भरे होते है |
भगत सिंह ,राजगुरु, और सुखदेव क्रांति -कारी योजनाओ के मास्टर माइंड थे ये तीनो ऐसे देश भगत थे की हमेश तीनो साथ ही रहना कहते थे इन तीनो की खासियत यही थे की ये तीनो और बाकि सब साथी एक टीम वर्क में कम करते थे |
भगत सिंह जेल में सफाई कर्मचारी को बेबे कह कार पुकारते थे बेबे का हिंदी में अर्थ है माँ वह कहते थे की बचपन में साफ सफाई का कम मेरी माँ करती थी और आज तुम तो हुई माँ मेरी माँ और भेस को अपनी मोसी कहते थे भगत के अनुसार बचपन में मेरी माँ मुझ को दूध पिलाती थी और जवानी में भेस का दूध पीता हु तो वह मेरी मोसी हुई भगत इंसानियत में दूत थे एक बार कानपूर में बाढ़ आगे और वह लोगो की मद्त के लिए कई दिन तक वहा रहे और पानी की वजह से उन के पैर गल गए काफी समय तक उन को इस का इलाज करना पड़ा |
Sunday, 18 March 2012
पच्छिम उ प्र में बसपा बचाओ मुन्कांद अली को हटाओ
बहुजन समाज पार्टी मंडल स्तरीय बैठक आज मुरादाबाद मंडल कार्यालय पर संपन हुई जिसके मुख्या अथिति राज्य सभा संसद और पच्छिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी मुन्कांद अली रहे जहा उन्होंने सभी कमेटियो को नए सिरे से बनाने की बात कही और दिश निर्देश भी दिए की किस तरह से पार्टी पदाधिकारी का चयन कारना है |
आज की मीटिंग में चंदौसी के पूर्ब विधायक गिरीश चन्द्र को नगीना रिजर्वे सिट से लोकसभा का प्रत्यासी घोषित किया गया ,बैठक में पार्टी के कुछ कार्यकर्तो ने जमकर हगामा भी किया वह पार्टी के पद अधिकारियो से नाराज़ थे | किसी तरह से मुन्कांद अली और पद अधिकारियो ने मामला शांत किया, पार्टी के महानगर के कार्यकर्ता चन्दन , महेंद्र सिंह ,विधान सभा अध्यक्ष डालचंद सागर ने मीटिंग के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने की बात कही और एक नये नारे के साथ सब को एक साथ लेकर बहिन मायावती से मुलाकात करेगे और बतायेगे की अगर पच्छिम उत्तर प्रदेश में पार्टी को बचाना है तो राज्य सभा संसद और पच्छिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी मुन्कांद अली को हटाना है पार्टी के जादा तर कार्यकर्त्ता के विपक्ष में एक साथ खड़े दिखाई दिए | अब देखना है की मायावती अपने पार्टी के कार्यकर्त्ता की बात को सुनती है या पीछले पाच साल की तरह पार्टी के कार्यकर्ताओ से दुरी बना कार रखना है |
Monday, 12 March 2012
मुरादाबाद की गुलाबबाड़ी नहीं रही
उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर जी तरह से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है उसे तरह से मुरादाबाद शहर की गुलाबबाड़ी की महक चारो तरफ महका करती थी पर आज यहाँ ना तो गुलाब बचे है ना ही बाड़ी |
ये सब मेरे घर के सामने का हिस्सा था रोज सुबह घर से बहार आने पर तजा फूलो की महक मन को तरोताजा करती थी पर आज घर से बहार निकलने पर चारो तरफ रेता और रेता ही दिखाई देता है| जहा रात को बेला , गुलाब और रात की रानी की महक दूर दूर तक हवा के साथ उडती चली जाती थी बहा आज रेता उढ़ता हुआ दिखाई देता है |
जहा हजारो बीघा में ये खेती होती थी बही आज केवल ३००० गज जगह बची थी जिसमें गुलाब और फूलो की खेती होती थी पर एक महीने पहले वह भी उजड़ गयी है अब यहाँ पर प्लोटिंग का काम चल रहा है, बढती हुई जनसँख्या और विकसित होते शहर खेत और जंगलो तक पहुच गए है जहा आज पेड़ पोधो की जगह उची - उची इमारते और घर नज़र आते है | क्या कारण है जो हम इन को बचा नहीं पाते और प्रशसन भी कुछ कर नहीं पता
क्या हमे इन को हम अपनी जिन्दगी से अलग करते हुए दुःख नहीं होता है क्या हमारी जरुरत मकान और उची इमारते है ये पेड़ पोधो नहीं है कम से कम इसी जगह को बचाने के लिए हम को और प्रशसन को कुछ ना कुछ जरुर करना चाहिए |
Sunday, 11 March 2012
हम तो चले परदेश, हम परदेसी हो गए
हम तो चले परदेश, हम परदेसी हो गए, छुटा अपना देश, हम परदेशी हो गए इस गाने की ये लाइन बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर बिलकुल सही बैठती है पार्टी की हर के बाद की गयी समीक्षा बैठक के बाद सब को दुबारा से नए सिरे से प्रदेश की जिमेदारी दी और खुँद ने दिल्ली का रुख कर लिया की अब में दिल्ली देखती हु और तुम प्रदेश देखो |
उत्तर प्रदेश में तानाशही की सरकार चालने के बाद शायद मायावती यही कह रही होगी की बड़े बे अबरू हो कर तेरे कूचे से हम निकले विधान सभा चुनाव में मिली करारी हर के बाद शायद मायावती ने ये तो सबक लिया ही होगा की काम से काम जनता से ना सही अपने पार्टी कार्यकर्त्ता से मिलती ही रहती तो आज इस हर का सामना ना करना पड़ता ,और साथ में काम से काम मीडिया से भी मिलती रहती तब भी प्रदेश और प्रदेश की जनता का हल चल मिलता रहता पर कहते है ना विनाश काल ऐ विपरित बुधि जब विनाश आना होता है तब सही काम भी उल्टा हो जाता है दो दशक बाद कोई सरकार बहुमत की सरकार बना सकी थी और उसका भी ज़रासा भी लाभ मायावती सरकार ने नहीं उठाया और उलटे मुह गिर गयी इस के लिए जितने पार्टी के कार्य कर्ता जिमेदार है उतनी वह खुँद भी है अब नए सिरे से दुबारा पार्टी को खड़ा करना पड़ेगा हर काम में दुगनी मेहनत करनी पड़ेगी पर क्या अखिलेश यादव उनको दुबारा मोका देगे अभी अखिलेश यादव की बातो से ये नहीं लगता की वह आने वाले पाच सालो में ये मोका बहुजन समाज पार्टी को दुबारा देगे |
Saturday, 10 March 2012
सपा कार्यकर्त्ता का प्रदेश में जमकर उत्पाद
सपा समर्थक जमकर पुरे उत्तर प्रदेश में उत्पाद मचा रहे है 6 मार्च से लेकर अब तक बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्त्ता और दलितों पर तो अत्याचार तो हुए है पर प्रसाशनिक अधिकारी भी इस उत्पाद की भेट चढ़ गए है क्या ये पीछले पाच साल का गुबार है जो सता आते है पार्टी के कार्य कर्ता लोगो पर निकाल रहे है अभी तो शपथ ग्रहण नहीं हुई है और सपा नेता ने दरोगा की पिटाई कर दी मुरादाबाद में सपा विधायक आशुतोष आर्य की गाड़ी से एक कांस्टेबल को कुचल दिए जाने की खबर है। इस गाड़ी में विधायक के रिश्तेदार मौजूद थे। मौके पर पहुंचे पुलिसवालों की सपा समर्थकों ने जमकर पिटाई की है
संडीला विधानसभा चुनाव में जीत के बाद जुलूस निकाल रहे कुछ लोग प्रतिद्वन्दी गुट के लोगों से भिड़ गये.
दोनों पक्षों के बीच गोली भी चली जिससे 30 वर्षीय पप्पू उर्फ गोगा नाम के युवक की मौत हो गयी. गोलीबारी में पांच अन्य व्यक्ति घायल हो गये.
बसपा के पराजित विधायक और प्रदेश सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिक मंत्री अब्दुल मन्नान ने बताया कि मारा गया युवक और घायल हुए लोग बसपा के समर्थक हैं और उन पर सपा समर्थकों ने गोली चलाई है
सीतापुर में एक दलित युवक की लाश पेड़ से लटकी मिली है और हत्या का आरोप स्थानीय विधायक के समर्थकों पर लग रहा है, दलितों के घर जला दिए वहीं प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक राजा भैया के समर्थकों पर बहुजन समाज पार्टी नेता व भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी की पत्नि अर्चना तिवारी के ड्राइवर को पीटने के आरोप है। शायद दलित वोट बहुजन समाज पार्टी से इसी लिए नहीं कटता है कम से कम मायावती की सरकार में बो तो अपने आप को सुरक्षित मानते हैऔर बहुजन समाज पार्टी की सरकार में प्रशसन सब की सुनता है पता नहीं कितनी खबरे है जो मीडिया में छापी नहीं है इस समय पूरा प्रदेश सियासत की आग में जल रहा है अखिलेश जी कुछ करो नहीं तो 2014 भी नजदीक है |
Friday, 9 March 2012
सत्ता की चावी युवा अखिलेश यादव के हाथ में
उत्तर प्रदेश में समाजवादी की सरकार बने जा रही है आज बैठक में अखिलेश यादव को मुख्य मंत्री बनाने पर लगभग मोहर लग गयी है | आज समाज वादी पार्टी उत्तर प्रदेश में एक बदलाब करने जा रही है वह है उत्तर प्रदेश की सत्ता की चावी युवा के हाथ में देने जा रही है अब देखना ये है की ये युवा कितना बदलाव करते है हर कोई चाहता था की अब सत्ता की चावी युवाओ के हाथ में आनी चाहिए सो कुछ ही पलो के बाद उत्तर प्रदेश की बागडोर युवाओ के हाथ में आने वाली है देखना है की ये युवा कितना बदलाब करते है और क्या नई क्रांति लाते है सत्ता में आने के बाद |
अखिलेश यादव एक पड़े लिखे युवा है वह आज के माहोल से वाकिफ है क्या जरुरत है युवाओ की जनता की सब को भली बहती समझते है पर चुनोती बड़ी मुश्किल है कितना खरा उतारते है इस चुनोती पर अब ये देखना है
और सही भी है जहा सरकारी पोस्टो पर बैठा कोई भी वियक्ति 60-62 सेल की उम्र में रिटायर हो जाता है तो ये लोग जब वह एक ऑफिस का काम नहीं सम्भाल सकता और वह रिटायर हो जाता है तो 60-62 साल का आदमी देश का क्या चला पाएगा इसी लिए देश हो या प्रदेश अब सब जगह युवाओ की भागे- दरी होनी चाहिए | अखिलेश यादव को मुख्या मंत्री बनते है तो सब से पहले जनता दरबार शुरू करना होगा जनता को जितना अपने करीब लायेगे प्रदेश की समस्या को हल कर पाएगे जाती- धर्म से हट कर के सत्ता चली पड़ेगी क्यों की इस बार हर जाती और धर्म को वोट उन को मिला है और अब के दिखाना होगा जो उन पर इलज़ाम हर बार लगाया जाता था वह गलत था इन को देखते हुए राजनीती करने पड़ेगी तभी आगे और आगे बड़ पाएगे नहीं तो अगले पाच साल बाद फिर चुनाव है
Tuesday, 6 March 2012
ढका हाथी लाख का खुला हाथी खाक का
उत्तर विधान सभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी अब तक सब को धुल में उड़ाती नज़र आती थी, पर आंधी ज्यादा जोर से आई और खुँद ही उड़ गयी
सरकार या बहुजन समाज पार्टी को जनता ने नहीं नाकारा और ना ही उन का वोट बैंक इतना कम हुआ है आज भी 28% वोट बैंक उन के पास है
उत्तर प्रदेश की राजनीती मायावती चला रही थी पर सरकार केवल चार नोकर शाह चला रहे थे जिन्होंने मायावती को केवल दर्शक के रूप में एक कमरे में बंद कर दिया हो और खिड़की पे बेठा दिया हो की यहाँ से बेठ कर खिड़की से बहार देखती रहो की सरकार की नईया केसे दुबई जाती है मायावती का अपने पार्टी कार्यकर्ताओ से ना मिलना जनता से ना मिलना पार्टी के कार्यकर्ताओ से ज्यदा नोकर शाह पर भरोसा करना यही बात सही में बहुजन समाज पार्टी को लेडूबी और इन सब ने मिलकर खूब भ्रष्टाचार किया ये एक बड़ा मुदा रहा इस चुनाव में विकास को हम नहीं नकार सकते विकास हुआ है आज उत्तर प्रदेश की विकास दर 8.4 है जो कभी नहीं रही | अपने से जादा दुसरो पर भरोसा नहीं करना चाहिए था 2007 में बड़ी उमीद के साथ जनता ने सत्ता की चावी दे थी पर इस को मायावती सम्भाल नहीं पाई और नतीजा आज सब के सामने है |
अब जब सत्ता चली गयी है तो अब मायावती ये ना करे जो हर वार करती है की दिल्ली जा कर बैठ जाती है इस हर पर मंथन किया जाना चाहिए की कहा कमी रह गयी सत्ता चलने में| और ये कहावत उलटी हो गयी की खुला हाथी लाख का ढका हाथी सवा लाख का जेसे ही हाथी को खोला वह खाक का हो गया|
Monday, 5 March 2012
ओ राजनीती गठजोड़ ,वादा न तोड़
नेताओ ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया की जनता कितनी भोली है चुनावी सभाओ में मीडिया में बस एक ही बात कही हम किसी से भी गठबंधन नहीं करेगे , बहुमत नहीं आया तो हम विपक्ष में बैठेगे ये बात बहुजन समाज पार्टी के अलाबा सभी राजनीती पार्टियों ने कही थी अभी तो नतीजे नहीं आये है और पहला वादा खत्म सब लालची है बस सत्ता चाहिए क्यों की जनता तो भोली है वह बातो में आजाती है और फिर पुरे पाच साल रोती है
उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजे चाहे जो हों, राज्य की चार अहम राजनीतिक पार्टियों के लिए इनके क्या मायने होंगे,
समाज वादी पार्टी के लिए बुरी स्थिति तब बनेगी, जब उसकी सीटें 140 के करीब रहती हैं। ऐसे में उसे सत्ता पर काबिज होने के लिए कांग्रेस पर निर्भर होना पड़ेगा। हालांकि कांग्रेस यह साफ कर चुकी है कि वो मुलायम के साथ गठबंधन नहीं करेगी लेकिन राजनीति में कोई भी घोषणा अंतिम नहीं होती। पर अगर कांग्रेस ने वाकई सपा को समर्थन नहीं दिया तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने की स्थिति आ जाएगी। यूपीए के लिए सिरदर्द बनी ममता बनर्जी से निपटने के लिए राज्य में कुछ महीनों के राष्ट्रपति शासन के बाद कांग्रेस सपा की सरकार बनवा सकती है। इससे केंद्र सरकार में मुलायम सिंह यादव को कुछ मंत्रालय मिल जाएंगे जबकि उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी का दखल का बढ़ जाएगा। लेकिन यह गठजोड़ भी 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान कमजोर पड़ जाएगा क्योंकि समाजवादी पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की महत्वकांक्षाओं के साथ गठबंधन बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा।
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए सबसे अच्छी स्थिति तब होगी जब उसे 70 के आसपास सीटें हासिल हो। ऐसा हुआ तो वह किंगमेकर की स्थिति में होगी। सपा को सरकार बनाने के लिए पूरी तरह कांग्रेस पर निर्भर होना पड़ेगा और वह सपा से अपनी शर्तों पर सौदेबाजी कर सकेगी। और तो और, राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी अपने उम्मीदवार के लिए सपा से समर्थन मांग सकेगी। यदि कांग्रेस को राज्य में 60 के करीब या इससे काफी कम सीटें मिलती हैं और बसपा-भाजपा मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में आ जाती हैं तब भी कांग्रेस को थोड़ा फायदा यह होगा कि समाजवादी पार्टी केंद्र सरकार के समर्थन के लिए मजबूर हो जाएगी।
बहुजन समाज पार्टी एग्जिट पोल के नतीजों को असली परिणाम का संकेत मानें तो बसपा उत्तर प्रदेश की सत्ता में लौटती नहीं लगती। कम से कम अपने दम पर तो नहीं ही। ऐसे में बसपा के लिए तो सबसे अच्छा यही होगा कि उसे पूर्ण बहुमत मिले। लेकिन यदि पार्टी सरकार बनाने के लिए भाजपा का समर्थन लेने के लिए मजबूर हुई तो इसका असर मायावती की कार्यशैली पर पड़ेगा। वो अब तक अकेले मजबूत फैसले लेने के लिए जानी जाती रही है लेकिन भाजपा के सरकार में शामिल होने पर वो ऐसा नहीं कर पाएंगी। इस स्थिति में बसपा के पास सिर्फ एक ही विकल्प बचेगा कि वो केंद्र में कांग्रेस का समर्थन करे।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अगर पार्टी बसपा के साथ मिलकर राज्य में सपा की सरकार बनने से रोक ले तो यही उसके लिए अच्छी स्थिति होगी। भाजपा की सीटें उत्तर प्रदेश में लगातार कम होती रही हैं। यदि इस बार उसकी सीटों का आंकड़ा सुधरा तो यह भी उसके लिए अच्छी खबर होगी।
समाजवादी पार्टी के लिए सबसे बुरी स्थिति तब होगी जब उसे सरकार बनाने के लिए न सिर्फ कांग्रेस बल्कि राष्ट्रीय लोक दल जैसे अन्य छोटे दलों का भी समर्थन लेना पड़ेगा। या फिर, तब जब बसपा और भाजपा दोनों मिलकर सरकार बनाने लायक सीटें हासिल कर लेंगी। यदि ऐसा हुआ तो सपा एक बार फिर यूपी की सत्ता से दूर हो जाएगी। इसका असर आने वाले लोकसभा चुनावों पर भी होगा।
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