उत्तर प्रदेश क्या पुरे भारत देश में बेरोजगारों की कमी नहीं है और सरकार किस तरह से इन बेरोजगारों के लिए रोजगार की व्यवस्था कर रही है पता नहीं इन बेरोजगारो की बेरोजगारी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हो की उत्तर प्रदेश में मिलने वाले बेरोजगार भत्ते के लिए जहा 7मार्च से है लाइन लगनी शुरू हो गयी थी पर जब लोगो को जानकारी मिली की 35 साल से जादा उम्र वाले को ही बेरोजगारी भाता मिलेगा तब उस में कमी आई लेकिन 35 साल से ज्यदा उम्र के लोगो में देख ने वाली बात ये है बेरोजगारी भत्ता चाहने वालों की लाइन में अब केवल स्नातक ही नहीं हैं, बल्कि डॉक्टर और इंजीनियर भी शामिल हो गए हैं. अधिकारियों की मानें तो सूबे में अब तक 300 से अधिक डॉक्टर और इंजीनियर विभिन्न सेवायोजन कार्यालयों में अपना पंजीकरण करा चुके हैं. सपा सरकार ने अपने इस वादे पर अमल करते हुए कैबिनेट की पहली बैठक में ही बेरोजगारी भत्ता दिए जाने को मंजूरी दे दी
अभी तक पंजीकरण कराए गए करीब 28 लाख लोगों में से 35 वर्ष से अधिक आयु वाले बेरोजगारों की संख्या तकरीबन 5 लाख से अधिक हो चुकी है. आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ मंडल में सबसे अधिक डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है और इसके बाद फैजाबाद में लगभग 50 हजार तथा वाराणसी में 75 हजार से अधिक लोग अपना पंजीकरण करा चुके हैं..
निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए पिछले करीब तीन माह में 300 से अधिक डॉक्टर एवं इंजीनियर अपना पंजीकरण करा चुके हैं. जनवरी में 45, फरवरी में 107 और मार्च में अब तक 160 नए टेकि्न कल छात्र अपना पंजीकरण करवा चुके हैं

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